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प्रश्न कुंडली । चोरी,गुम अथवा खोई हुई वस्तु मिलेगी या नहीं?

प्राचीन काल से ही प्रश्न कुंडली के माध्यम से सभी समस्या का समाधान देने की परम्परा रही है। आज हम इस विषय पर चर्चा करने जा रहें है की खोया या चोरी हुई सामान मिलेगा या नहीं। ज्योतिष में इस प्रकार के प्रश्नों का समाधान कई प्रकार से देने की परम्परा रही है यथा —

जिस दिन सामान गुम हुआ या चोरी हुई उस दिन के नक्षत्र के आधार पर खोई वस्तु के विषय में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
व्यक्ति जिस समय प्रश्न पूछता है की मेरा सामान मिलेगा या नहीं ? उस समय के प्रश्न कुंडली बनाकर ।Chori hui vastu ya gum hua vyakti kaha hai.

प्रश्न कुंडली । चोरी,गुम अथवा खोई हुई वस्तु मिलेगी या नहीं?

Post Name प्रश्न कुंडली । चोरी,गुम अथवा खोई हुई वस्तु
Category  Jyotish 
Portal  www.Jyotishvidhya.in
Post Date  12/04/2022

खोया हुआ सामान मिलेगा इसके लिए हमारे ऋषि मुनियों ने कुछ नियम बनाये है वह इस प्रकार है —-

लग्न में शीर्षोदय राशि हो तथा लग्न पर शुभ ग्रह की दृष्टि हो।
यदि लग्नेश सप्तम भाव में है और सप्तमेश से इत्थशाल करें।
लग्नेश सप्तमेश का परस्पर राशि परिवर्तन हो तो सामान मिलने की संभावनाएं होती है।
यदि लग्न को चंद्र तथा लग्नेश दोनों ही देखते हों तो सामान वापस मिलता है।
यदि अष्टमेश लग्न में है या लग्नेश अष्टम में है अथवा द्वितीयेश का अष्टमेश के साथ इत्थशाल हो तो सामान वापिस मिलता है।
यदि उदित प्रश्न लग्न के भाव 1, 4, 5, 7, 9 या 10 में शुभ ग्रह स्थित हो तथा कोई भी अशुभ ग्रह नहीं हो तो सामान वापस मिलता है।
यदि पूर्ण चन्द्रमा शुभ लग्न में हो।
प्रश्न कुंडली | नक्षत्र के आधार पर खोयी वस्तु की जानकारी
खोई हुई वस्तु अथवा सामान मिलेगी या नहीं ? इस बात का पता नक्षत्रों के आधार से भी लगाईं जाती है। ज्योतिष में कुल 27 नक्षत्र है तथा एक अभिजीत नक्षत्र मिलकर कुल 28 नक्षत्र होते है इनको मंद, मध्य, सुलोचन तथा अंध के नाम से चार बराबर भागों में बाँट दिया गया है। इन नक्षत्रों के अनुसार चोरी के सामान के दिशा तथा फल ज्ञान के विषय में जो जानकारी प्राप्त होती है।

नक्षत्रों का लोचन ज्ञान

मंद लोचन में आने वाले नक्षत्र

अश्विनी, मृगशिरा, आश्लेषा, हस्त, अनुराधा, उत्तराषाढा़, शतभिषा.

मध्य लोचन में आने वाले नक्षत्र

भरणी, आर्द्रा, मघा, चित्रा, ज्येष्ठा, अभिजित, पूर्वाभाद्रपद

सुलोचन नक्षत्र में आने वाले नक्षत्र

कृतिका, पुनर्वसु, पूर्वाफाल्गुनी, स्वाति, मूल, श्रवण, उत्तराभाद्रपद

अंध लोचन में आने वाले नक्षत्र

रोहिणी, पुष्य, उत्तराफाल्गुनी, विशाखा, पूर्वाषाढा़, धनिष्ठा, रेवती
जब किसी व्यक्ति की कोई वस्तु चोरी होती है या गुम होती है तब सर्वप्रथम उस व्यक्ति से यह पूछना चाहिए की कब चोरी हुई या गुम हुई, उसके बाद यह देखे की उस समय कौन नक्षत्र था और वह नक्षत्र किस लोचन में स्थित है जिस लोचन में खोई है उसके अनुसार परिणाम बताया जाता है यथा —

अंध लोचन :- इस लोचन में खोई हुई वस्तु पूर्व दिशा में शीघ्र ही मिल जाती है।

मंद लोचन :- इस लोचन में गुम हुई वस्तु दक्षिण दिशा में होती है और गुम होने के ४-5 दिन बाद बहुत ही कष्ट से मिलने की सम्भावना होती है।

मध्य लोचन :– इस लोचन में खोई हुई वस्तु पश्चिम दिशा की ओर होती है और गुम होने के एक दो माह के बाद उस वस्तु की जानकारी मिलती है तथा कई दिनों के बाद उस वस्तु के मिलने की संभावना बनती है वह भी निश्चित नहीं होती है।

सुलोचन नक्षत्र :- इस लोचन में गुम हुई वस्तु उत्तर दिशा की ओर होती है। इस नक्षत्र में खोई वस्तु की मिलने की सम्भावना न के बराबर होती है।

चोरी का सामान किस दिशा में गया है?

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र में सूर्य स्थित है तो चोरी का सामान पूर्व दिशा में होगा.

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र में चन्द्रमा स्थित हो तो चोरी का सामान वायव्य कोण में होगा.

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र स्थान में मंगल स्थित हो तो चोरी का सामान दक्षिण दिशा में होगा.

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र स्थान में बुध हो तो चोरी का सामान उत्तर दिशा में होगा.

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र स्थान में गुरु हो तो चोरी का सामान ईशान कोण में होता है.

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र स्थान में शुक्र हो तो चोरी का सामान अग्नि कोण में होता है.

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र स्थान में शनि हो तो चोरी का सामान पश्चिम दिशा में होता है.

* प्रश्न कुण्डली के केन्द्र स्थान में राहु हो तो चोरी का सामान नैऋत्य कोण में होता है.

उपरोक्त योगों में ग्रहों का जिक्र किया गया है परन्तु कई बार प्रश्न कुण्डली के केन्द्र स्थान में कोई भी ग्रह मौजूद नहीं होता है. ऎसी स्थिति में लग्न में स्थित राशि के आधार पर चोरी हुई वस्तु किस दिशा में है, का पता लगाया जाता है.

* प्रश्न लग्न में अग्नि तत्व राशि(मेष, सिंह, या धनु) हो तो चोरी का सामान पूर्व दिशा में होता है.

* प्रश्न लग्न में पृथ्वी तत्व राशि(वृष, कन्या या मकर) हो तो चोरी की वस्तु दक्षिण दिशा में होती है.

* प्रश्न लग्न में वायु तत्व(मिथुन, तुला या कुम्भ) राशि हो तो चोरी की वस्तु पश्चिम दिशा में होती है.

* प्रश्न लग्न में जल तत्व राशि(कर्क, वृश्चिक या मीन) हो तो चोरी का सामान उत्तर दिशा में होता है.

Chori hui vastu ya gum hua vyakti kaha hai. janiye is taknik se,

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